बोलतीरामायण

Youtube/Google के रहते क्यों खरीदे बोलती रामायण ?

  • Dedicated Device to Cultivate Culture & Real Wealth
  • New, Unique & Authentic Contents
  • No Advertisement/ No subscription
  • No Internet required
  • No Radiation
  • No Confusing title (सीधी बात No बकवास)
  • No Complication (elders can use it easily)
  • Amazing Sound Quality
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  • Perfect Gift for Elders
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  • भक्ति का नया तरीका है बोलती रामायण
  • घर के मन्दिर के लिये विशेष रामायण अखंड पाठ करे सम्भव
  • पूजा पाठ में विशेष उपयोगी
  • भक्ति-संस्कार बढ़ाने/जगाने का साधन
  • हर त्यौहार को बनाए संगीतमय और विशेष
  • घर परिवार में लाए दिव्यता, संस्कार और सकारत्मक विचार

बोलती रामायण हर परिवार में होनी ही चाहिये

यू tube और गूगल की दुनिया से अलग,

कई लोगों को भ्रम है कि यू tube पर सभी कुछ उपलब्ध है. इस कारण वो बोलती रामायण को समझना ही नहीं चाहते. उनके भ्रम के निवारण एक विश्लेषण प्रस्तुत है :

                बोलती रामायण                You tube  
इसमें कई ऐसे कंटेंट है जो गूगल पर उपलब्ध नहींगूगल पे सब कुछ नहीं होता. जो कंटेंट नहीं है उनके लिये हमें  अलग प्रयत्न करना ही होगा.
उच्चारण शुद्ध है और कंटेंट प्रमाणिक कंटेंट की जिम्मेदारी किसी की नहीं
किसी तरह के विज्ञापन नहींविज्ञापन लय तोड़ देते है,   ध्यान/ पाठ भंग
इन्टरनेट की आवश्यकता नहींहवाई यात्रा/ट्रेन/सफर  में इन्टरनेट ठीक से नहीं मिलता
किसी तरह का रेडिएशन नहींमोबाइल से रेडिएशन एक गम्भीर समस्या
कोई भी भ्रामक शीर्षक नहींआए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास
उपयोग में एकदम सरल, कोई भी चला ले बुजुर्ग नहीं चला पाते

Dedicated डिवाइस (बुजुर्गों के लिये विशेष उपयोगी)

(Indirectly increase life span of mobile)

फ़ोन या लैपटॉप का ज्यादा प्रयोग उसकी लाइफ कम कर देता है
जोरदार साउंड क्वालिटी फ़ोन या लैपटॉप पर कमजोर आवाज
बहुत कम मूल्य का गैजेटफ़ोन या लैपटॉप महंगे होते है
बिना अवरोध सुनते रहे, कुछ भी खंडित नहीं होगाकॉल/sms आते ही पाठ खंडित
घर के मन्दिर के लिये विशेष यंत्र फ़ोन/ लैपटॉप को मन्दिर में कब तक रखोगे ?
Best Gift for any Occasion             ×

समय अभाव में किताबें पढना संभव नहीं हो पाता

बोलती रामायण से अन्य कार्य करते धार्मिक ग्रन्थों का श्रवण सम्भव हो जाता है जिससे हम अपनी सनातन संस्कृति को समझ सके और धारण कर सके.

Best Investment – समय, पैसे और जीवन का सदुपयोग

पूरे विश्व में प्रशंसित और प्रचारित since 2015

BEST GIFT For Parents/Any Occassion

नकल से सावधान

  1. अजय मूंधड़ा के स्वर में गाई रामायण ही ओरिजिनल बोलती रामायण है. लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में अजय मूंधड़ा द्वारा गाई रामायण ही दर्ज़ की गई है.
  2. सिर्फ ओरिजिनल बोलती रामायण के द्वारा ही रामायण अखंड पाठ सम्भव है. अन्य किसी रामायण गायन से 24 घंटे के भीतर होने वाला रामायण अखंड पाठ सम्भव नहीं.
  3. नकली बोलती रामायण में 35 घंटे (approx) में रामायण गायन है वो भी बिना सम्पुट के. साउंड रिकॉर्डिंग भी प्रोफेशनल स्तर की तो नहीं कही जा सकती. गायन या अन्य किसी भी कंटेंट के बारे में कोई भी तुलना व्यर्थ है क्योंकि अगर वो स्तरीय होते तो नाम चुराने की कोई आवश्यकता ही नहीं होती. मौलिक सोच के साथ नकल की कोई भी तुलना नहीं हो सकती. ज़रूरत है जागरूक रहने की, नकल से बचने की.
  4. नकली बोलती रामायण के डिवाइस भी गुणवत्ता में बहुत हल्के है.
  5. ओरिजिनल बोलती रामायण का प्रचार साल 2015 से किया जा रहा है. श्री सीमेंट के मालिक “श्री बेणुगोपाल जी बांगड़” की परिकल्पना से रामायण गायन करवाया गया जिसकी प्रशंसा सर्वत्र हुई है. संतों द्वारा भी और तकनीशियनों द्वारा भी.

  6. उपयोगकर्ताओं के प्रोत्साहन और डिवाइस की durability पर मिले अच्छे फीडबैक से प्रेरित होकर आज बोलती रामायण में रामायण अखंड पाठ के साथ साथ लगभग पूरी सनातन संस्कृति समाहित हो चुकी है जिसकी रिकॉर्डिंग स्टूडियो क्वालिटी की है और कॉपी राइट्स संस्था के पास है.

भक्ति का नया तरीका

भागदौड़ भरी जिंदगी में धार्मिक पुस्तकों के अध्ययन की आदत लुप्त सी होती जा रही है…पूजा पाठ में बैठने का समय और रूचि भी समाप्त प्रायः है…ऐसे में बोलती रामायण ईश्वर और संस्कृति से जोड़ने में वरदान सिद्ध हो रही है. सुबह उठ कर दैनिक दिनचर्या में बोलती रामायण चलाकर लोग अखबार पढ़ते पढ़ते, योग करते करते, मॉर्निंग वॉक या बागवानी करते करते या घर के रोजमर्रा के कार्य करते करते बोलती रामायण के माध्यम से अपने इष्ट देवता से जुड़ रहे है. सनातन धर्म के प्रमुख धार्मिक ग्रंथों का श्रवण कर रहे है. हर दिन या हर उत्सव पर विशिष्ट मंत्रो का सुगमता से संगीतमय श्रवण कर विशेष आनन्द की अनुभूति कर रहे है. यानि अब काम करते करते  बोलती रामायण सुनकर ईश्वर की वंदना भक्ति का नया तरीका बन गया है. बोलती रामायण में न केवल श्री रामचरितमानस का अक्षरशः गायन है जो कि रामायण अखंड पाठ में अति उपयोगी है बल्कि भगवत गीता, श्रीदुर्गा सप्त शती, श्रीमद्भागवत महापुराण, शिव पुराण, विष्णु पुराण, बाल्मीकि रामायण एवं सभी प्रमुख मंत्र और आरती भी समाहित है. गृहणियों का कहना है कि वो रसोई में काम करते करते भी बोलती रामायण से रामायण का अर्थ समझ कर सकारात्मकता का अनुभव करती है जो उनके बनाए भोजन में भी अनुभव में आता है. प्रसूति विशेषज्ञ डाक्टर भी गर्भवती महिलाओं को बोलती रामायण सुनने को कहती है ताकि सकारात्मकता का लाभ उन्हें और आने वाली संतान को मिले. बोलती रामायण के कार्यकर्ता पिछले नौ वर्षों से बोलती रामायण के प्रचार-प्रसार में निःस्वार्थ भाव से इसलिये लगे है ताकि लोग पूजा पाठ अपनी आत्मिक शुद्धि के लिये करे, जीवन में सकारात्मकता लाने के लिये करे, ईश्वर से निकटता बढ़ाने के लिये करे. धार्मिक ग्रंथों से संस्कार प्राप्त करे और अपने जन्म को सार्थक करे. पूजा पाठ से भगवान को प्रसन्न करने की भावना भूलकर अपनी आत्मिक उन्नति से, अपने सकारत्मक कर्मों से ईश्वर को प्रसन्न करने का प्रयास करे. सनातन संस्कृति का प्रचार प्रसार हो ताकि पश्चिमी अपसंस्कृति के कचरे से समाज और राष्ट्र को मुक्ति मिले. बोलती रामायण के विक्रय से संग्रहित धन को पुनः बोलती रामायण के प्रचार प्रसार में ही खर्च किया जाता है.

गूगल youtube के युग में क्या आवश्यकता है बोलती रामायण की ?

  1. सम्पूर्ण रामायण का गायन (अक्षरशः) गूगल या youtube पर उपलब्ध नही है जिसके द्वारा रामायण का अखंड पाठ हो सके. इसीलिये Limca book of record में इस गायन को सम्मिलित किया गया है.
  2. रामायण के अलावा भक्ति संगीत का बहुत सारा अन्य कंटेंट भी बोलती रामायण में सुविधा जनक रूप से उपलब्ध है जो कि इन्टरनेट पर उपलब्ध नहीं है.
  3. इन्टरनेट पर किसी कंटेंट की शुद्धता की गारंटी नहीं होती. कोई भी कुछ भी अपलोड कर देता है.
  4. ज्यादातर बुजुर्ग लोग फ़ोन या इन्टरनेट का उपयोग नहीं कर पाते लेकिन बोलती रामायण सरल होने के कारण बुजुर्गों का मनपसन्द गजेट बन चुका है.
  5. फोन पर कॉल या मेसेज आते ही ध्यान भंग. youtube पर विज्ञापन आते ही पाठ खंडित और मन भी विचलित. भ्रम पैदा करने वाले शीर्षकों में उलझ कर व्यक्ति अपने मनचाहे कंटेंट की जगह अन्य चीज़ों में समय बर्बाद कर देता है.
  6. इन्टरनेट की कनेक्टिविटी और स्पीड भी हर जगह सही नहीं होती.
  7. बोलती रामायण के प्रचार के बाद भारत में प्री लोडेड डिवाइस का कांसेप्ट आया. फ़िल्मी संगीत या भक्ति संगीत के उपकरण बाज़ार में उतरे. हालांकि अपने unique कंटेंट और टेक्नोलॉजी के कारण बोलती रामायण की किसी से कोई तुलना नहीं की जा सकती पर “कारवां” (caravan) जैसे उपकरणों की बाज़ार में उपलब्धता ये तो साबित करती ही है कि गूगल/youtube युग में भी बोलती रामायण की बहुत ज़रूरत है.

तभी तो लोग कहते है   बोलती रामायण नहीं सुना…. तो क्या सुना ?

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